शेयर मार्केट के बेताज बादशाह और शेयर मार्केट के गुरु श्री वारेन बफेट जी के एक कोट्स से आज की आर्टिकल सुरु करते है;
” जोखिम तब होता है जब आपको पता नहीं होता कि आप क्या कर रहे है”
–श्री वारेन बफेट
इसलिए अगर आप share market यानी stock market में निवेश करने के बारे में सोच रहे है तो सबसे पहले आपके पास यह जानकारी होनी चाहिए कि share market kya hai और शेयर मार्केट में निवेश कैसे करे, शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, इत्यादि।
अगर आपको शेयर मार्केट के बारे में जानना है तो आज की आर्टिकल में हम आपके मदत कर सकते है, यहां आपको share market यानी stock market के सभी बारीकियां के बारे में विस्तार से बताया जाएगा।
यदि आप इसे पूरा पढ़ लेते है तो शेयर मार्केट के जुड़े जितने भी सवाल आपके मन है उन सभी सवालों का जवाब मिल जाएगा। इसलिए चलिए सुरु करते है आज की आर्टिकल और बताते है कि शेयर मार्केट क्या है।
“Share market” दो भिन्न शब्द है जिसमे “Share” का मतलब है हिस्सा यानी किसी चीज का पार्टनर बनना और “Market” का मतलब है बाजार; यानी किसी विशेष चीज का हिस्से खरीदने का बाजार। यहां पर जो विशेष चीज का बात कर रहे वह है, कंपनी।
यानी किसी कंपनी का हिस्सा खरीदने के लिए जो बाजार है उसे ही शेयर शेयर बाजार शेयर मार्केट कहा जाता है; शेयर मार्केट को स्टॉक मार्केट और इक्विटी मार्किट के नाम से भी जाना जाता है, इसे आप ऐसे समझे:
जैसे हम मंडी में जाते है हमारे रोजाना सामान खरीदने या बेचने के लिए ठीक उसी प्रकार “शेयर मार्केट” में इन्वेस्टर और ट्रेडर किसी कंपनी का हिस्सा खरीदा या बेचा किया करते है। अगर निवेशकों को किसी कंपनी का शेयर खरीदना या बेचना है तो वह किसी भी कामकाजी के दिनों में खरीददारी कर सकती है।
शेयर मार्केट में कंपनी के शेयर के अलावा, Mutual funds, बांड्स (फिक्स्ड इंटरेस्ट), डेरिवेटिव्स, ETF, और दूसरे सिक्योरिटीज का भी खरीदा बेचा जाता है। इंडिया में पहली बार शेयर बाजार की सुरुवात हुई थी 1875 मे जिसे BSE Exchange की नाम से जाना जाता है।
इंडिया में आज के समय दो मुख्य stock exchange है जिसे SEBI द्वारा नियंत्रित किया जाता है। अगर किसी कंपनी, इन्वेस्टर या ट्रेडर के साथ कुछ गलत करते है तो उसे रोकने का काम सेबी का ही होता, या फिर कोई रूल्स या रेगुलेशन लाना है तो उसके देख-रेख भी सेबी करते है।
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Stock Exchange (शेयर बाजार)
Stock Exchange का नाम से ही पता चल रहा होगा कि stock का exchange करना; स्टॉक एक्सचेंज एक ऐसी जगह है जहां स्टॉक और कमोडिटीज का खरीदा और बेचा जाता है।
अगर आप सोच रहे है कि भारत में कितने शेयर बाजार है? तो आपको बता दे, इंडिया में आज के समय 8 सक्रिय स्टॉक एक्सचेंज है जिनमे से 2 मुख्य स्टॉक एक्सचेंज है; BSE Sensex और Nifty 50.
• बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE): बीएसई एशिया की सबसे पुरानी और पहली स्टॉक एक्सचेंज है जिसकी सुरुवात 1875 में कुछ बोकर द्वारा मुम्बई में सुरु की गई थी। आज के समय बीएसई इंडिया की सबसे बड़ी एक्सचेंज है और एशिया की पांचवीं तथा दुनिया की 9 वी सबसे बड़ी एक्सचेंज है।
बीएसई की सूचकांक को सेंसेक्स कहते है। यह पोस्ट लिखते समय सेंसेक्स 57362 पर चल रहा है। बीएसई में कुल 5252 कंपनियां लिस्टेड है लेकिन इसकी मूल्यांकन टॉप 30 कंपनियों द्वारा ही की जाती है, इसलिए इसे BSE 30 के नाम से भी जाने जाते है।
यानी सेंसेक्स सूचकांक में मार्केट कैप के अनुसार देश की सबसे बड़ी 30 कंपनियों को शामिल किया जाता है और उसके उतार चढ़ाव के अनुसार की शेयर बाजार की स्थिति और देश-विदेश की स्थिति ज्ञात की जाती है।
• नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE): नेशनल स्टॉक एक्सचेंज देश की दूसरी सबसे बड़ी स्टॉक एक्सचेंज, ऐसिया की छठवीं तथा दुनिया की 10 वी सबसे बड़ी स्टॉक एक्सचेंज है, इसे 1992 में सुरु किया गया था लेकिन SEBI द्वारा इसे 1994 में मान्यता प्रदान की गई।
बीएसई की तरह एनएसई में 2000 से अधिक कंपनियां लिस्टेड है लेकिन एनएसई की सूचकांक निफ्टी में देश की 50 सबसे बड़ी (मार्केट कैप के अनुसार) कंपनियों को ही शामिल किया गया है, इसलिए NSE को NIFTY 50 के नाम से भी जाना जाता है।
इसका मतलब देश की 50 सबसे बड़ी कंपनियों का मूल्य पर ही ‘निफ़्टी 50’ आधारित है, जब कंपनियों का शेयर प्राइस में उतार चढ़ाव आएगी तब निफ़्टी में भी इसका असर दिखेगा और इससे share market तथा देश की सेंटिमेंट को समझा जा सकता है।
आर्टिकल लिखते समय निफ़्टी 17153 पर ट्रेड कर रही है। आपको बता दे, ‘NIFTY 50’ में देश की 12 सेक्टर से 50 अलग अलग कंपनियों को उनके मार्केट कैप के अनुसार सेक्लेक्ट किया जाता है।
ध्यान रहे; शेयर बाजार में किसी एक कंपनी अलग अलग स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट हो सकते है, इसके अतिरिक्त अगर कंपनी चाहे और कंपनी अपनी सारी पात्रता फुलफिल करते है तो विदेशों की स्टॉक एक्सचेंज में भी लिस्ट हो सकती है।
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शेयर मार्केट कैसे सीखे
शेयर मार्केट में पैसे निवेश करने से पहले उसके बारे में अच्छे से पता कर लेनी चाहिए क्योंकि यह आपकी खून-पसीने की पैसे है। शेयर मार्केट एक ऐसा बाजार है जिसमे रिस्क और रिटर्न दोनों ही लाजवाब मिलती है।
अगर आप बिना जानकारी, बिना एनालिसिस किये स्टॉक मार्केट में पैसे निवेश करेंगे किसी के ट्रिक सुनकर तो वह सट्टाबाजी के सिवा और कुछ नहीं होगा। ऐसे में आप भले ही छोटे-मोटे प्रॉफिट कमा सकते है लेकिन उससे अमीर कभी भी नहीं बन सकते और इंसमे पैसे डूबने की जोखिम हमेशा रहेगा।
परंतु अगर अपने शेयर की सही विश्लेषण कर के सटीक समय सटीक शेयर पर निवेश करते है तो ज्यादा रिटर्न प्राप्त करने में आपको ज्यादा कुछ करने की आवश्यकता नहीं होगी।
शेयर मार्केट एक ऐसी विषय है जिसे स्कूल या कॉलेज में नहीं पढ़ाया जाता, इसलिए इसके बारे में बहुत ही कम लोगों को सही जानकारी होती है और जिनको इसके बारे में अच्छे से जानकारी होती वह शेयर मार्केट से आसानी से पैसे कमा लेते है।
बहुत से लोगों को लगता है कि शेयर मार्केट जुआ है जहां सिर्फ सट्टा लगाई जाती, यह सरासर झूठ है। जो भी लोग शेयर मार्केट को जुआ कहते है अक्सर वही लोग शेयर मार्केट को सट्टा खेलने की जगह समझकर अपना सारा पैसा गवा देते है।
Share market में निवेश करने से पहले उसके बारे में रणनीति बना लिनी चाहिए। निवेशक शेयर को मुख्यतः दो तरीके से विश्लेषण करते है; फंडामेंटल एनालिसिस और टेक्निकल एनालिसिस।
दोनों ही विधियों का उपयोग किया जाता है भविष्य में स्टॉक की कीमतों में रुझानों के शोध और पूर्वानुमान करने के लिए। उसके बाद स्टॉक में निवेश करने का प्रक्रिया सुरु होता है।
यदि आप शेयर बाजार में सिर्फ निवेश करना चाहते है तो आपको फंडामेंटल एनालिसिस अच्छी तरह से आनी चाहिए, इसके अलावा टेक्निकल एनालिसिस के बारे में थोड़ा बहुत जानकारी होना आवश्यक है ताकि सपोर्ट और रेसिस्टेंट लेवल का पता चले।
और यदि आप ट्रेडर बनना चाहते तो आपको फंडामेंटल एनालिसिस के ज्यादा टेक्निकल एनालिसिस पर ध्यान देनी चाहिए और प्राइस एक्शन, कैंडल चार्ट पैटर्न, बगैरह अच्छी से पढ़ना आना चाहिए।
इन एनालिसिस के अलावा भी और कई सारे पॉइंट्स है जिसके आधार पर निवेश करनी चाहिए। इन सभी पॉइंट्स के बारे में यहां हमने बताने की कोशिशें की है।
• फंडामेंटल एनालिसिस: Share market में निवेश करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है फंडामेंटल एनालिसिस। इस मेथड से किसी भी कंपनी का इंटरिंसिक वैल्यू निकाला जाता है।
इंसमे मुख्यतः कंपनी का, मार्किट कैप, फाइनेंसियल स्टेटमेंट, फ्री कैश फ्लो, फिक्स्ड एसेट, प्राइस टू अर्निंग रेश्यो,ROE, ROCE, सेल्स, प्रॉफिट, फ्यूचर डिमांड, शेयर होल्डिंग पैटर्न, मैनेजमेंट, इत्यादि का जायजा करके उसके बाद ही निवेश किया जाय है।
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• टेक्निकल एनालिसिस: टेक्निकल एनालिसिस फंडामेंटल एनालिसिस से भिन्न है, जिसमें ट्रेडर स्टॉक की कीमत और वॉल्यूम में स्टैटिस्टिकल ट्रेंड्स को देखते हुए आगे की ट्रेडिंग करते है।
टेक्निकल एनालिसिस में चार्ट पैटर्न और इंडिकेटर को अच्छे से शिखना चाहिए, इसके साथ मार्किट साइकोलॉजी और रिस्क मैनेजमेंट का भी पता होना चाहिए। इसके अलावा समय का भी महत्व होत्र है ट्रेडर के लिए, हर ट्रेडर भिन्न-भिन्न समयावधि के लिए ट्रेड करते है।
फंडामेंटल एनालिसिस और टेक्निकल एनालिसिस सीखने के लिए ऑफलाइन तथा ऑनलाइन बहुत से कोर्स मिल जाएगा लेकिन ज्यादातर कोर्स में कुछ खास सीखने को नहीं मिलते।
इसलिए, शेयर मार्केट सीखने के लिए किसी भी कोर्स खरीदने से बेहतर होगा कि आप गूगल और यूट्यूब में जाकर फ्री में सीखे, वहां आपको फ्री में पेड कोर्स से अच्छे जानकारी मिल जाएगा।
शेयर मार्केट में निवेश कैसे करे
आशा करते है आपको समझ आ गया होगा कि Share market kya Hai अब आइये जानते है कि शेयर मार्केट में निवेश कैसे करे और इसके लिए कौन सी बात ध्यान रखनी चाहिए।
• Demat Account Open करे: जैसे बैंक में पैसा जमा करने या बैंक से निकालने के लिए बैंक में खाता होना अनिवार्य है ठीक वैसे ही किसी शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए Demat account या ट्रेडिंग अकॉउंट होना अनिवार्य है।
किसी भी ब्रोकरेज फर्म के अंतर्गत डीमैट अकॉउंट खोलकर शेयर बाजार में किसी भी कंपनी का शेयर में निवेश या ट्रेडिंग किया जा सकता हैं। इस डिजिटल युग मे बहुत से डिस्काउंट ब्रोकर उपलब्ध है जो फ्री में डीमैट अकॉउंट खुलवाते है।
इंडिया में सैकड़ों डिस्काउंट ब्रोकर है लेकिन आप किसी भरोसेमंद और विश्वसनीय ब्रोकर के साथ अपना डीमैट अकॉउंट खोल सकते है। मेरा अपना डीमैट अकॉउंट Groww के साथ बना हुआ है जो 10,000,000 लोगों के भरोसे पर खरे उतरे है।
अगर आपके Demat Account Groww के साथ खोलना है तो यहां पर क्लिक करके अपना डीमैट अकॉउंट खोल सकते है। डीमैट अकॉउंट खोलने के लिए आपके आधार कार्ड के साथ मोबाइल नंबर लिंक होनी चाहिए और आधार कार्ड, पैन कार्ड की नंबर और फ़ोटो कॉपी अपलोड करके खोल लेना है।
• कंपनी का एनालिसिस करें: किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले उस कंपनी को बारीकियों से विश्लेषण करना चाहिए क्योंकि, शेयर बाजार में पैसा लगाना और गवाना दोनों आसान है परंतु पैसा कमाना बहुत ही कठिन है।
निवेश करने के लिए हमेशा वही कंपनी को चुनना चाहिए जिसके फाइनांशियल स्टेटमेंट आखरी 10 साल में अच्छी हो, निवेशकों का पैसा कंपाउंडिंग किया हो, आने वाले समय उसके प्रोडक्ट्स का मांग बढ़ने वाले हो और लोगों के लिए आवश्यक हो।
इसके अलावा हमेशा बड़े मार्किट कैप वाले कंपनियों में निवेश करना चाहिए। यदि आप ऐसे कंपनियों को ढूंढ लेते है तो आप उंसमे आत्मविश्वास के साथ निवेश कर सकते है और उंसमे आपके पैसा भी बनेगा।
• हमेशा क्वालिटी शेयर चुने: शेयर मार्केट में एक कहावत बड़ी प्रशिद्ध है; “सस्ता रोये बार बार और महेंगे रोये एक बार” यानी कभी भी शेयर के प्राइस को देखकर उसके वास्तविक मूल्य निर्धारण नहीं करना चाहिए।
हमेशा निवेश से पहले कंपनी के मार्केट कैप, सेल्स ग्रोथ, प्रॉफिट मार्जिन, PE Ratio, ROE, ROCE, डिविडेंड, मैनेजमेंट, इत्यादि चेक करना चाहिए। अगर यह सारे चीज ठीकठाक है तो भले ही शेयर का प्राइस ज्यादा क्यों न हो, सही समय शेयर पर एंट्री कर लेनी चाहिए।
परंतु यदि आप किसी ऐसे शेयर खरीद रहे है जिसके प्राइस पहले अच्छे खासे थे (₹500/₹300/₹450/₹300) लेकिन अभी घटकर ₹1 या इसके आसपास हो गया है और आप खरीदते समय सोच रहे है कि आगे चलकर इसके प्राइस वापस बढ़ने वाले है तो यह आपकी सब से बड़ी गलतफहमी होगी।
क्योंकि, ऐसे सैकड़ों शेयर है जिसके प्राइस पहले हजारों में थे आज के समय ₹2 या ₹5 में आ चुके है। ऐसे शेयर से आपको दूरी बनाकर रखनी चाहिए, यदि आप सोच रहे है कि और कितना गिरेगा तो आपको बता दे, यह प्राइस शून्य भी हो सकता है। इसलिए ऐसे शेयर से हमेशा दूर ही रहना बेहतर है।
क्योंकि, यदि कंपनी में दम होता तो उसके शेयर पांच/दस साल में इतना क्रैश करने की वजाय ऊपर की ओर भागता। इसलिए हमेशा क्वालिटी शेयर में निवेश करे।
• डिविडेंड पे-आउट रेश्यो चेक करें: निवेश करते समय कंपनी का डिविडेंट पे-आउट रेश्यो चेक कर लेनी चाहिए क्योंकि, जो कंपनी ज्यादा डिविडेंट प्रदान करते उंसमे ग्रोथ ज्यादा नहीं मिलते। इसलिए यदि आप सिर्फ डिविडेंट चाहते है तो वैसे कंपनी का चुनाव करें।
लेकिन अगर आप ग्रोथ कंपनी चाहते है अपने पोर्टफोलियो में तो कम डिविडेंट वाले कंपनी का चुनाव करे या फिर जो कंपनी अभी भी डिविडेंट प्रदान नहीं करते वैसे कंपनी का चुनाव करे क्योंकि, वैसे कंपनी अपने एक्सपैंड पर ज्यादा ध्यान देते है।
• टिप्स और ट्रिक्स के पीछे न भागे: फेसबुक, यूट्यूब कैसे सोशल मीडिया से टिप्स और ट्रिक्स लेकर कोई भी आज तक अमीर नहीं बना। यदि आप सच मे share market से पैसा कमाना चाहते है तो आपको इसके बारे में सीखना होगा न कि दूसरों के कहने पर निवेश करेंगे।
• फोमो बाईंग न करे: जैसे चलते हुए ट्रेन के पीछे कभी भी भागनी नहीं चाहिए ठीक वैसे ही भागते हुए शेयर के पीछे नहीं भागना चाहिए। Share market एक ऐसा बाजार है जो हर किसी को मौका देता है एक से बढ़कर एक कंपनियों में निवेश करने का।
बस आपको प्रतीक्षा करनी चाहिए सही समय आने का। सही समय आने पर अपने योजना के अनुसार उंसमे निवेश कर सकते है।
• कंट्रोल इमोशन: शेयर मार्केट का गुरु वारेन बफेट जी का कहना है कि “यदि आप अपना इमोशन्स को कंट्रोल नहीं कर पाते है तो आप अपने पैसों को भी कंट्रोल नहीं कर सकते” शेयर मार्केट में यह बात बिल्कुल सही बैठता है।
आपको अपने इमोशन्स पर कंट्रोल करना आना चाहिए न कि इमोशन में बहकर शेयर खरीदेंगे और बेचेंगे। वारेन बफेट जी का कहना है कि “जब दूसरे लालची हों तो डरें और जब दूसरे डरें तो लालची बनें”
यानी जब हर कोई डर से शेयर बेचकर निकाल रहे है तब आपको खरीददारी करनी चाहिए और जब सब खरीददारी कर रही है यानी शेयर भाग रही है तब आपको प्रतीक्षा करनी चाहिए और सही मौके का प्रतीक्षा करनी चाहिए।
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• समयावधि तय करे: शेयर बाजार में निवेश से पहले निवेश के समयावधि तय कर लेनी चाहिए। यह एक ऐसा मार्केट है जिसमे शार्ट टर्म में कुछ भी हो सकता है लेकिन अगर कोई लांग टर्म के उद्देश्य से निवेश करते है तो उन्हें प्रॉफिट सौ प्रतिशत होगा।
इसलिए, हर महीने SIP मूड में निवेश प्रक्रिया जारी रखना चाहिए और। निवेश से पहले एक बात ध्यान रखना, घर परिवार के चर्च और इमरजेंसी फण्ड रखने के बाद ही बचा हुआ पैसा stock market में इन्वेस्ट करना।
• लोन करने से बचे: शेयर मार्केट रिस्की मार्किट है इंसमे लोन करके कभी भी निवेश नहीं करनी चाहिए। छह महीने या एक साल के जितने भी खर्च होते है पहले उसे सेव करे उसके बाद जितने पैसे 2 से 3 साल के लिए छोड़ सकते है वही पैसा शेयर मार्केट में निवेश करें। इससे आप टेंशन मुक्त रहंगे।
निष्कर्ष: आज की इस लेख में Share market kya hai, शेयर मार्केट कैसे सीखे, भारत में कितने शेयर बाजार है, शेयर मार्केट में निवेश कैसे करे, इत्यादि के बारे में बारीकियों से चर्चा की गई है।
अगर आप शेयर मार्केट में नए है और शेयर में निवेश कैसे करे उसके ज्यादा जानकारी नहीं है तो किसी वित्तीय सलाहकार का सहायता ले सकते है। और यहां क्लिक करके Demat Account खोल सकते है।
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