पढ़ाई के दौरान अधिकतर छात्रों की इच्छा होती है आगे जाकर शिक्षक बनना क्योंकि जितने भी सरकारी नौकरियां है उनमें से सबसे खुशहाल और सम्माननीय नौकरी है शिक्षक बनने का।
अगर आपका भी यही ख्वाइश है तो आज की आर्टिकल आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाले है क्योंकि आज हम एक ऐसे कोर्स के बारे में बताने जा रहे उस कोर्स के बिना कोई भी शिक्षक नहीं बन सकते।
जी हां, उस कोर्स का नाम है B ed कुछ साल पहले यह कोर्स अनिवार्य नहीं था शिक्षक बनने के लिए परंतु अभी बीएड को आवश्यक कर दिया गया है।
बीएड एक ऐसी कोर्स है जिसे करने के पश्चात ही शिक्षक बनने का सफर सुरु होता है। आज हम इसी बीएड कोर्स के बारे में बारीकियों से जानकारी प्रदान करने वाले है।
जैसे कि B ed kya hai, b ed kaise kare, बीएड की फीस, एडमिशन प्रॉसेस क्या है, बेस्ट कॉलेज कौन से है, बीएड करने के बाद कौन कौन से नौकरियां मिलेगी, सैलरी कितना होगा, इत्यादि।
B ed Course Details in Hindi
ध्यान रहे इस कोर्स करने का मुख्य उद्देश्य है शिक्षक बनना। कोर्स पूरा होने के पश्चात सरकारी तथा निजी स्कूलों में शिक्षक के रूप में नौकरी मिलते है।
B ed kya hai
B ed का पूरा नाम है बैचलर ऑफ एजुकेशन जो दो साल की एक ग्रेजुएशन डिग्री है। जिसे ग्रेजुएशन के पश्चात ही किया जाता है। इंसमे कुल चार सेमेस्टर देने होते। प्रत्येक सेमेस्टर को छह माह के अंतराल में आयोजित किया जाता है।
इस कोर्स को बनाने मुख्य उद्देश्य है पढ़ाई के क्षेत्र को सरल बनान ताकि छात्रों को और भी बेहतर तरीके से शिक्षा की जा सकें। इंसमे पढ़ाई के साथ सांस्कृतिक, सामाजिक, और शारिरीक तौर पर छात्रों को कैसे दृढ़ बनाया जाए उसके बारे में शिक्षा प्रदान की जाती है।
इंसमे दिखिला लेने के लिए अभ्यर्थियों को पहले किसी भी सब्जेक्ट लेकर ग्रेजुएशन करना होता उसके बाद ही बीएड के कोर्स में एडमिशन मिलते। एडमिशन दो तरीके से होता है, डायरेक्ट एडमिशन और मेरिट के आधार पर एडमिशन।
दो साल बाद जब आपके बीएड कोर्स पूरा हो जाएगा, आप को बीएड डिग्री प्रदान की जाएगी। इसके पश्चात आप शिक्षक बनने की एग्जाम में बैठकर शिक्षक बन पाएंगे।
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B ed Course ke Eligibilities (बीएड के पात्रता)
बीएड कोर्स में दाखिला लेने हेतु जो भी योग्यताएं होनी चाहिए उसके बारे में निम्नलिखित बिंदुओं में बारीकियों से चर्चा किये है:
• बीएड करने से पहले आप को ग्रेजुएशन पास करना होगा यूजीसी मान्यता प्राप्त किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी से। जसमे न्यूनतम 50 प्रतिशत नंबर होनी चाहिए जनरल कटेगरी के छात्र के लिए।
वही एससी और एससी जैसे जनजातियों के उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम 45 प्रतिशत नंबर की जरूरत है।
• इस कोर्स में दाखिला लेने के लिए जरूरी आयु मि बात करे तो, जनरल वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 40 साल और वही आरक्षण वर्ग के छात्रों के लिए नियमानुसार 5 साल की छूट मिलती है।
बीएड किसे करना चाहिए
बीएड कोर्स वही अभ्यर्थियों के लिए बनाई गई है जो आगे जाकर स्कूल के शिक्षक बनना चाहते है। शिक्षक बनने के लिए यह कोर्स पहले कोर्स अनिवार्य नहीं था परंतु अभी बीएड के बिना कोई भी स्कूल के शिक्षक नहीं बन सकते।
इसलिए यदि आपका सपना शिक्षक बनना है तो आप को अवश्य बीएड के कोर्स करना होगा, इस डिग्री के बिना आपका सपना पूरा नहीं हो सकता।
B ed kaise Kare
बीएड के डिग्री करने के लिए आप को कुछ खास तैयारी करने की आवश्यकता नहीं। इस कोर्स में दाखिला लेने के लिए जो कदम उठाने पड़ते है उसके बारे में नीचे बारीकियों से बताया गया है।
• इंटरमीडिएट पास करे: शिक्षक बनने का सफर सुरु होता है 10वी के बाद। क्योंकि, आप को पहली बार सब्जेक्ट चुनने का मौका मिलते है 10वी के बाद ही।
आप जिस सब्जेक्ट में शिक्षक बनना चाहते उस सब्जेक्ट को चुनना होगा। मान लीजिए आप आगे जाकर केमिस्ट्री के शिक्षक बनना चाहते है तो आप को साइंस के शाखा चुनना होगा 12वी के लिए। जिसे मुख्य विषय होनी चाहिए फिजिक्स, केमिस्ट्री तथा मैथमेटिक्स।
• कंपलीट ग्रेजुएशन डिग्री: 12वी पूरा होने के बाद अब बारी है तीन साल की ग्रेजुएशन करने का। ग्रेजुएशन में भी आप को वही सब्जेक्ट चुनना होगा जिसमें आप शिक्षक बनना चाहते।
उदाहरण के तौर पर हम वही केमिस्ट्री सब्जेक्ट को ही लेंगे, जिसमे आप को ग्रेजुएशन पूरा करना है कम से कम 50 प्रतिशत नंबर के साथ जनरल वर्ग के छात्रों के लिए।
वही अनुसूचित जनजातियों के अभ्यर्थियों के लिए कम से कम 45 प्रतिशत नंबर होनी चाहिए ग्रेजुएशन में तभी बीएड के डिग्री करने के लिए आप को मान्यता मिलेगा।
• बीएड कोर्स में दाखिला लेने के लिए अप्लाई: ग्रेजुएशन पूरा होने के पश्चात बीएड करने वाले उम्मीदवारों को बीएड कोर्स के लिए आवेदन करना होगा। इसके लिए कॉलेज के ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर Apply Online पर क्लिक करके आवेदन कर देना होगा।
आवेदन के समय आपके नाम, पिता के नाम, पता, पहचान पत्र के डिटेल्स, ग्रेजुएशन के मार्कशीट, सर्टिफिकेट, 10वी के एडमिट कार्ड, आदि के ज़ेरॉक्स कॉपी सबमिट करना होगा।
इसके बाद सबमिट किया गया आवेदनपत्र के दो कॉपी प्रिंट आउट निकालकर आपके पास रख लेना है और समय समय पर उसी वेबसाइट को विजिट करते रहिएगा क्योंकि एडमिशन से जुड़े सारे जानकारी वेबसाइट पर ही अपडेट किया जाता है।
• बीएड कोर्स के एडमिशन: आवेदन के बाद अब बारी है एडमिशन का। इस कोर्स में मुख्यतः दो तरीके से दाखिल किया जाता है, डायरेक्ट एडमिशन और मेरिट के आधार पर एडमिशन।
ज्यादातर सरकारी कॉलेज में मेरिट के आधार पर एडमिशन मिलते है। इसके लिए ग्रेजुएशन में प्राप्त नंबर को ही देखा जाता है। उसी नंबर के आधार पर एडमिशन मिलते है।
अगर प्राइवेट कॉलेज की बात करे तो, उंसमे ज्यादातर डायरेक्ट एडमिशन होता है। ऐसे में आप को सीधा कॉलेज से संपर्क करके दाखिला लेना होता।
परंतु कुछ ऐसे बड़े बड़े कॉलेज/यूनिवर्सिटीज है जहां एंट्रेंस एग्जाम आयोजित किया जाता है बीएड कोर्स में दाखिला लेने के लिए। उस एग्जाम में प्राप्त नंबर के आधार पर ही कोर्स में एडमिशन मिलते है।
B ed Course ke fees
अगर आप बीएड कोर्स के फीस के बारे में सोच रहे है तो ध्यान रखे, सरकारी कॉलेज में इस कोर्स के फीस बहुत ही कम लगते है परंतु प्राइवेट कॉलेज में बहुत ही ज्यादा फीस देना होता कोर्स को करने के लिए।
इस कोर्स के लिए कोई निर्दिष्ट फीस स्ट्रक्चर नहीं है, आमतौर पर बीएड करने के लिए दो साल में 45,000 से 1,50,000 रुपये फीस लग जाते है।
B ed ke Baad kya kare
दो साल की बीएड कोर्स पूरा होने के बाद आपके सामने शिक्षा क्षेत्र में करियर बनाने का मौका मिलता है। आप चाहे तो आगे की पढ़ाई जारी रख सकते है इसके लिए सबसे अच्छा है पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री।
जो साल की एक स्नातकोत्तर डिग्री है। इस कोर्स के बाद शिक्षा के क्षेत्र में आपके अवसर और भी बढ़ जाते है। इसके अलावा आप चाहे तो शिक्षक बनने के लिए जो भी एग्जाम देना होता उसके तैयारी कर सकते है।
इस कोर्स के बाद आप राज्य सरकार तथा केंद्रीय सरकार के स्कूलों में शिक्षक बन सकते है, इसके अलावा प्राइवेट स्कूल, कॉरपोरेट स्कूल, एनजीओ के स्कूलों में शिक्षक के तौर पर नौकरी कर सकते है।
यह बी पढ़े:
B ed ke Baad Salary
बीएड करने के बाद मिलने वाले सैलरी की बात करे तो, क्वालिफिकेशन और जॉब पोस्ट के ऊपर निर्भर करके इसके सैलरी तय होता है। आमतौर पर इस कोर्स के बाद 25,000 से 35,000 रूपाये प्रति माह मिल जाते है। बाद में समय के साथ सैलरी भी बढ़ते है।
ध्यान रहे, यदि राज्य स्तरीय स्कूलों में नौकरी करते है तो सुरुवात में इतने ही सैलरी मिल जाएगा और अगर केंद्रीय स्कूल में शिक्षक बनते है इसके भी अधिक सैलरी मिलेगा। (हाई सैलरी जॉब्स)
सारांश: इस आर्टिकल में B ed kya hai , B ed कैसे करे, बीएड की फीस कितनी है, कौन सा नौकरी मिलेगा, सैलरी कितनी होगी, इत्यादि के बारे में बारीकियों से बताया गया है।
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