डोमेन नाम क्या है और कैसे काम करता है? – What is Domain Name in Hindi

अगर आपको पता नही के डोमेन नाम क्या है और कैसे काम करता है? (What is Domain Name in Hindi)बेस्ट डोमेन रजिस्टर कंपनी कौनसा है?

 

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डोमेन नाम क्या है
तो आप सही जगह आये हो। इस आर्टिकल मैं आपको डोमेन से जुड़ी पूरी जानकारी दूंगा।
 
Table of Contents:
1. डोमेन क्या है (what is Domain Name)
2. डोमेन की प्रकार (Types of Domain )
3. डोमेन कैसे काम करता है?
4. Domain और URL में कट अंतर है?
5. Domain और Subdomain में अंतर।
6. डोमेन नाम रजिस्टर कंपनी (Domain Name Provider Company)
7. Domain Name कैसे चुनें?
 

डोमेन नाम क्या है और कैसे काम करता है – What is Domain Name in Hindi

 

आप जब भी इंटरनेट में कोई भी सर्च करते है तब आपको गूगल में कुछ न कुछ लिखना पड़ता है।
 
उसके बाद गूगल आपको बहुत सारे वेबसाइट देता है। जहां आपके सर्च किया हुआ रिजल्ट मिल जाता है।
 
जैसे इंसान को पहचानने के लिए कोई न कोई नाम होता है वैसे इंटरनेट के दुनिया में वेबसाइट को पहचानने के लिए डोमेन नाम (Domain Name) की जरूरत पड़ती है।
 
एक डोमेन नाम ही है जो कि वेबसाइट का पहचान दिलाता है। इसके बिना कोई भी वेबसाइट को ओपन नहीं किया जा सकता।
 
 
 

1. डोमेन नाम क्या है पूरी जानकारी (What is Domain Name in Hindi):

 

डोमेन नाम को DNS के नाम से भी जाना जाता है, जिसका पूरा नाम है Domain Name System, Domain Name Server, Domain Name Service.

 
डोमेन नाम वह अड्रेस होता है जिस की मदत से हम किसी भी वेबसाइट को इंटरनेट में देख सकते है या खोज सकते है।
 
 
उदाहरण के तौर पर,
जब आप यूट्यूब में वीडियो देखना चाहते तब गूगल में youtube.com लिख कर सर्च करते है, और यूट्यूब ओपन हो जाता है।
 
 
इस केस में यूट्यूब का डोमेन नाम है youtube.com ऐसे ही गूगल का google.com और मेरा वेबसाइट का डोमेन नाम है earningtarika.in
 

2. डोमेन नाम के प्रकार (Types of Domain Name):

 

आशा करता हूं आपको डोमेन नाम क्या है? यह पता चल गया होगा। चलिए अब जानते है कि डोमेन कितने प्रकार है?
 
 
इंटरनेट में बहुत तरह के डोमेन नाम अवेलेबल है। लेकिन मैं यहां कुछ खास तरह के डोमेन के बारे में डिसकस करूँगा।
 
 
जिससे आपको समझ आ जायेगा की कौनसा डोमेन अच्छा है और कौनसा नहीं।
 
 

• TLD – Top Level Domain (टॉप लेवल डोमेन):

इंटरनेट में जितने सारे डोमेन अवेलेबल है उनमें टॉप लेवल डोमेन सबसे बेस्ट माना जाता है।

 
इस तरह की डोमेन काफी SEO फ्रेंडली होता है, और पूरे दुनिया में कहीं भी रैंक करवाना आसान होता है।
 
 
टॉप लेवल डोमेन:
 
.com (कमर्शियल यूज़ के लिए)
 
.org (आर्गेनाइजेशन के लिए बेस्ट है)
 
.net (नेटवर्क के लिए बेस्ट माना जाता है)
 
.edu (एजुकेशन के लिए)
 
.gov (गवर्नमेंट यूज़ करता है)
 
.mil (मिलिट्री के लिए)
 
 

• CcTLD – Country Code Top Level Domain in hindi:

 

यह भी एक तरह के टॉप लेवल डोमेन ही है। लेकिन यह किसी एक कंट्री को टारगेट करके बनाया जाते है।

 
इस तरह के डोमेन हर देश के लिए अलग होता है। यह डोमेन देश के किसी दो अक्षर को लेकर बनाया जाता है।
 
 
कुछ कंट्री कोड टॉप लेवल डोमेन है,
 
.in (India के लिए)
 
.uk (united kingdom)
 
.us (united States of America)
 
.bd (Bangladesh के लिए)
 
.br (Brazil)
 
.om (Oman के लिए)
 
अभी लगभग 255 तरह के कंट्री कोड टॉप लेवल डोमेन अवेलेबल है।
 
 
उदाहरण के तौर पर, मेरा वेबसाइट का नाम है earningtarika.in
 
 
इसका आखिर में .in है, मतलब इस वेबसाइट इंडिया को ध्यान में रखकर बनाया गया है।
 
 
ऐसे ही अगर कोई डोमेन के आखिर में .us हो तो उसको united kingdom को ध्यान में रखके बनाया होगा।
 

• Sub-Domain क्या है:

sub-domain थर्ड लेवल डोमेन नाम (Third level domain) से भी जाने जाते है।
 
 
Sub-Domain खरीदने की जरूरत नही पड़ती। अगर किसी के पास कोई टॉप लेवल डोमेन है तो फिर आसानी से उसके sub-domain बनाया जा सकता है।
 
 
मान लीजिए अगर आपके पास xyz.com डोमेन है और आप इसका sub-domain बनाना चाहते है तो आप बिना किसी खर्च में आसानी से बना सकते है।
 
 
Sub-Domain का स्ट्रक्चर कुछ इस तरह होता है, hindi.xyz.com , video.xyz.com , news.xyz.com
 
 

3. डोमेन कैसे काम करता है (How to work Domain in Hindi):

हर वेबसाइट के पीछे एक IP Address जुड़ा होता है। और वेबसाइट के डेटा किसी न किसी जगह host रहता है।

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जब भी कोई गूगल में किसी वेबसाइट के बारे में सर्च करता है तब उस वेबसाइट के पीछे जुड़ा हुआ IP अड्रेस के जरिये होस्टिंग सर्वर (Hosting server) तक एक सिग्नल पहुंचता है।
 
 
इसके बाद आपके वेबसाइट के होस्टिंग सर्वर आपके पूछताछ के उत्तर आपके ब्राउज़र में सेंड कर देता है। और तभी आप रिजल्ट देख पाते।
 
 

4. डोमेन और यूआरएल में अंतर क्या है (Difference Between Domain and URL):

 

जब भी आप किसी वेबसाइट के बारे में जानना चाहेंगे तब डोमेन नाम काम आता है।

 
मगर वेबसाइट के किसी निर्दिष्ट पेज के बारे में, पीडीएफ या फोल्डर के बारे में जानने के लिए URL (Uniform Resource Locator Pages) की जरूरत पड़ेगी।
 
 
जैसे, अगर आप हमारे वेबसाइट के बारे में जानना चाहेंगे तो आपको https//www.earningtarika.in/ में जाना होगा। यहां बोल्ड किया हुआ पार्ट डोमेन नाम है।
 
 
लेकिन अगर आप हमारे वेबसाइट के किसी निर्दिष्ट पोस्ट पढ़ना चाहेंगे तो आपको कुछ इस तरह के लिंक मिलेगा
 
 
https://www.earningtarika.in/2020/02/estimate-earning-in-india-hindi.html
 
 
यहां भी बोल्ड किया हुआ पार्ट URL है।
यह सारे चीजों के अलावा डोमेन और यूआरएल में ज्यादा कुछ अन्तर नहीं।
 
 

5. Domain और Subdomain में अंतर:

 

डोमेन और सब-डोमेन के बीच भी काफी अंतर है। जैसे,

• सब-डोमेन खरीदा नहीं जा सकता।
 
• विना टॉप लेवल डोमेन के सब-डोमेन नहीं बनाया जा सकता।
 
• सब-डोमेन को थर्ड लेवल डोमेन कहते है और यह सेकेंडरी लेवल डोमेन से बनाया जाता है।
 
• सब-डोमेन, टॉप लेवल डोमेन के तुलना में रैंक के लिए थोड़ा डिफिकल्ट होता है।
 

6. डोमेन नाम रजिस्टर कंपनी (Domain Name Provider Company):

 

इंडिया तथा वर्ल्ड में कई सारे डोमेन नाम रजिस्टर कंपनी है। लेकिन मेरे हिसाब से कोई विश्वसनीय डोमेन रजिस्टर कंपनी ही चुनना चाहिए।
 
 
मैं नीचे कुछ बेस्ट डोमेन रजिस्टर कंपनी का नाम दिया हूं। अगर आप चाहे तो वह भी चेक कर सकते है।
 
• GoDaddy
• BigRock
• Namecheap
• HostGator
• Bluehost
• DreamHost
• Google Domains
• Dynadot
 
 

7. Domain Name कैसे चुनें:

अगर आप आपके खुद के लिए या फिर आपके बिजनेस के लिए डोमेन लेना चाहते है तो किसी विश्वसनीय डोमेन प्रोवाइडर से डिमैन लेना अच्छा होगा।

 
डोमेन नाम खरीदने से पहले आपको कुछ बाते याद रखेंगे तो अच्छा होगा।
 
 
• जिस काम के लिए डोमेन खरीद रही है उसी से रिलेटेड नाम हो तो अच्छा है।
 
 
• हमेसा कोसिस करें डोमेन नाम छोटा रखने का (5 लेटर से 16 लेटर के बीच रखेंगे तो अच्छा है)
 
 
• डोमेन नाम के बीच कोई स्पेशल करैक्टर न हो तो अच्छा है।
 
 
• डोमेन नाम में हाइफन रखना सही नहीं है। इससे विसिटर्स को नाम याद रखने में दिक्कत होगा।
 
 
• हमेसा टॉप लेवल डोमेन या कंट्री कोड टॉप लेवल डोमेन खरीदने की कोसिस करें।
 
 
• किसी विश्वसनीय डोमेन नाम रजिस्टर कंपनी से ही डोमेन खरीदे। इससे आपको सपोर्ट और सर्विस दोनों बढ़िया मिलेगा।
 
 
चलिए दोस्तों आशा करता हूं आपको डोमेन नाम क्या है? और डोमेन नाम कैसे काम करता है? बेस्ट डोमेन डोमेन रजिस्टर कंपनी कौनसा है? यह सारे जानकारी समझ आया होगा।
 
 
अगर आपको किसी जगह कुसहा प्रॉब्लम है या फिर लगे कि हमे किसी जगह सुधारने के जरूरत है तो हमे कमेंट करके जरूर बताएं ताकि हम आपको और भी बढ़िया कंटेंट दे सकें।
 
 
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मिलते है अगली आर्टिकल में। धन्यवाद!
 
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2 Comments

  1. Thank you so much for sharing the information which is helpful to us. We also have a website URL Kya Hota Hai in which one blog indicates all details about the URL.

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